साइंटिस्ट्स ने विकसित किया सॉफ्टवेयर, इंसानी आवाज से बदल देगा वॉइस रिकॉर्डिंग - सौरभ कुमार श्रीवास्तव - Expert Hindi News

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Wednesday, May 17, 2017

साइंटिस्ट्स ने विकसित किया सॉफ्टवेयर, इंसानी आवाज से बदल देगा वॉइस रिकॉर्डिंग - सौरभ कुमार श्रीवास्तव

साइंटिस्ट्स ने विकसित किया सॉफ्टवेयर, इंसानी आवाज से बदल देगा वॉइस रिकॉर्डिंग - सौरभ कुमार श्रीवास्तव 
वैज्ञानिकों ने एक नया सॉफ्टवेयर विकसित किया है, जिससे कंप्यूटर स्क्रीन पर शब्दों को बदलकर इंसानी आवाज की ऑडियो रिकॉर्डिंग को एडिट किया जा सकता है। यूएस में प्रिंसटन विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने इस टेक्नोलॉजी को डेवलप किया है।
वर्ड प्रोसेसिंग सॉफ्टवेयर के जरिये लिखे गए शब्दों को ऑडियो रिकॉर्डिंग में बदला जा सकता है। इस सॉफ्टवेयर का नाम वोको (VoCo) है। इसके जरिए ऑडियो रिकॉर्डिंग से किसी शब्द को लिखे गए शब्द के बाद इंसानी आवाज से बदला जा सकता है। नए शब्दों को बोलने वाले की आवाज में मिला दिया जाता है और वह रिकॉर्डिंग में कहीं भी पता नहीं चलता है।
एक विशेष आवाज को सीखने और फिर से बनाने के लिए सिस्टम एक सोफेस्टिकेटेड एल्गोरिथ्म का उपयोग करता है। इसकी मदद से एक दिन पॉडकास्ट और वीडियो में आवाज का संपादन करने में आसानी होगी। यह तकनीक रोबोट आवाज को नैचुरल बनाने में अहम योगदान दे सकती है, जिससे इंसानों जैसी आवाज निकलेगी।

प्रिंसटन में कंप्यूटर विज्ञान के प्रोफेसर एडम फिन्केल्स्टिन ने कहा कि वोको ऑडियो ट्रैक की एडिटिंग करने में एक बहुत ही व्यावहारिक तकनीक मुहैया करती है। यह भविष्य की प्रौद्योगिकियों के लिए एक अग्रदूत है, जो इंसानी आवाज को संश्लेषित और स्वचालित तरीके से प्रेरित करता है।
कंप्यूटर स्क्रीन पर वोको का यूजर इंटरफेस अन्य ऑडियो एडिटिंग सॉफ्टवेयर की तरह ही दिखता है। यह करीब-करीब वैसा ही है जैसा लोकप्रिय पॉडकास्ट एडिटिंग प्रोग्राम ऑडेसिटी या एपल के म्यूजिक एडिटिंग प्रोग्राम गैरेजबैंड है।
मगर, अन्य प्रोग्राम्स के विपरीत वोको में ट्रैक के टेक्स्ट ट्रांसक्रिप्ट्स में लिखकर वह उसे वेवफॉर्म में बदल देता है। यह यूजर को उन नए शब्दों को ऑडियो में बदलने या सम्मिलित करने की अनुमति देता है, जो ट्रैक में पहले से मौजूद नहीं हैं।