दिग्गज सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक ने झूठी खबरों पर नकेल कसने के लिए नकली अकाउंट ब्लॉक करने समेत कई कदम उठाए हैं। दुनियाभर में कहीं भी चुनाव में फेसबुक के दुरुपयोग को रोकने और विज्ञापनों में पारदर्शिता के लिए भी कई कदम उठाए जा रहे हैं।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिये हिंसा फैलने और कुछ अन्य मामलों को लेकर फेसबुक को लगातार आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। कैंब्रिज एनालिटिका मामले में फेसबुक के संस्थापक व सीईओ मार्क जुकरबर्ग को अमेरिकी और यूरोपीय संसद में सवालों का सामना भी करना पड़ा था।
फेसबुक पर 2016 के अमेरिकी चुनाव में गलत तरीके से लोगों को प्रभावित करने का आरोप लगा था। फेसबुक के सिविक एंगेजमेंट हेड समिध चक्रवर्ती ने बताया कि इस साल अब तक फेसबुक ने इटली, कोलंबिया, तुर्की और अमेरिका में झूठी खबरों पर नकेल के लिए कुछ कदम उठाए हैं। इस साल के आखिर तक दुनियाभर में 50 से ज्यादा देशों में होने वाले चुनावों पर हमारी नजर रहेगी।
उन्होंने बताया कि मशीन लर्निंग की मदद से नकली अकाउंट को ब्लॉक करना और हटाना ज्यादा आसान हुआ है। चक्रवर्ती ने कहा कि नकली अकाउंट बंद करना इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि सोशल मीडिया पर अक्सर गलत बातों के स्रोत ऐसे ही अकाउंट होते हैं।
चीन ने फेसबुक की कंपनी से मंजूरी वापस ली
चीन में कदम बढ़ाने की कोशिश में लगी फेसबुक इंक को बड़ा झटका लगा है। पूर्वी प्रांत झेजियांग में फेसबुक की प्रस्तावित सब्सिडियरी को मिली मंजूरी चीन ने वापस ले ली है। समाचार एजेंसी रायटर के मुताबिक, चीन सरकार ने पहले इसे मंजूरी दी थी, लेकिन अब डाटाबेस में वह मंजूरी नहीं दिख रही है।