भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने डाटा प्राइवेसी रूल्स की सिफारिश की है। ट्राई ने कहा कि मौजूदा नियम ग्राहकों की सुरक्षा के लिए काफी नहीं है। दूरसंचार उपभोक्ताओं को अपनी पसंद, सहमति और भूलने का अधिकार दिया जाना चाहिए।
ट्राई ने सुझाव दिया कि टेलिकॉम कंपनियों अपनी वेबसाइट पर डाटा उल्लंघन की जानकारी का खुलासा करना चाहिए। उपभोक्ताओं के लिए निजता, सुरक्षा, और टेलीकॉम नेटवर्क में डेटा के मालिकाना हक की वकालत करते हुए ट्राई ने कहा कि उपभोक्ता खुद अपने डेटा का मालिक है। इसे नियंत्रित करना, संरक्षित करना उसका मुख्य अधिकार है।
गौरतलब है कि फेसबुक ने अप्रैल में यह स्वीकार किया था कि भारत में करीब 5.62 लाख लोग डाटा चोरी के घोटाले से प्रभावित हुए हैं और यह काम ब्रिटिश कंपनी कैम्ब्रिज एनालिटिका ने बिना किसी की सहमति लिये किया गया है।
इस घोटाले पर फेसबुक ने भारत को सरकार को दिए जवाब में कहा है कि भारत में केवल 335 लोग सीधे तौर पर प्रभावित हुए हैं। ऐसा उनके एक एप्लीकेशन को इंस्टाल करने के दौरान हुआ है। जबकि 5,62,120 लोग संभवत: उन यूजर्स के फ्रेंड होने के कारण प्रभावित हुए हैं। भारत में फेसबुक के 20 करोड़ से अधिक यूजर्स हैं।